बस्तर में कोयतुर प्रजातियों की संख्या कितनी है | Bastar Mein Koyatur Prajatiyon Ki Sankhya Kitani Hai

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हेलो दोस्तों स्वागत है आप सभी का हमरे इस ब्लॉग पोस्ट में । दोस्तों आज के समय में बस्तर के सभी क्षेत्रों में कोयतुर शब्द का प्रयोग करते हुए सभी लोगो ने सुना ही होगा । यदि नहीं सुने है तो फेसबुक ग्रुप या व्हाट्सअप ग्रुप इस इस सब्द के बारे में जरूर सुना होगा । जिसे हर कोई व्यक्ति इसे अपने नाम के आगे लगते है या फिर नाम के पीछे में कोयतुर शब्द का उपयोग करते है । और इन सभी को देखकर के अपने मन में जिज्ञाषा उठता होगा की कोयतुर कौन है? ये क्या करते होंगे ? इनकी जाती क्या और इसनका रहन सहन कैसा है ? ये कान्हा के निवासी है इन सभी के बारे में आके प्रश्न उठते होंगे ।

तो आज की पोस्ट के माध्यम से हम आपको उन तमाम चीज के बारे में जानकरी दिया है जो कोयतुर बस्तर में कोयतुर प्रजातियों की संख्या कितनी है ? कोयतुर के रहन सहन और इनके उत्पति किस प्रार से हुई है इन सभी के बारे में आज के इस पोस्ट के माध्यम से जानकरी दिया है ।

बस्तर में कोयतुर प्रजातियों की संख्या कितनी है ? और कोयतुर के बारे में मैंने कई घंटो के रिसर्च किया है तब जाकर के इस POST को तैयार किया है । इस पोस्ट को लिखने के लिए कई सारे पुस्तकों कई सारे लोगो से उनकी राय ली है तब जाकर के इस पोस्ट को पूरी तरीके से तैयार किया है / तो चलिए इस पोस्ट में आगे बढ़ते है और जानते है इनके पुरे समुदाय के बारे में :-

कोयतुर क्या है

कोयतुर क्या है यह सब्द बहुत बार देखने को सुनने को मिलता है । कोयतुर 2 शब्दों से मिलकर के बना है । कोय का मतलब होता है माँ के गर्भ या कोख और तुर का अर्थ होता है निकला हुआ । यदि दोनों को मिला दे तो कोयतुर बनता है जिसका अर्थ होता है माँ के कोख से निकल्या हुआ या माँ के गर्भ से निकला हुआ कहा जाता है ।

इस कारण से सभी बस्तर के जनजातियों के द्वारा इसे अपने नाम के आगे कोयतुर लगाते है जिसका अर्थ होता माँ के गर्भ से निकला हुआ कोयतुर । यह शब्द बहुल रूप से छत्तीसगढ़ के बस्तर में यह सब्द बहुत ही ज्यादा प्रचलित है इसके आलावा यह सब्द छत्तीसगढ़ में बहुतया रूप में प्रयोग किया जाता है । यही कारण है की बस्तर के आदिवासी के द्वारा अपने नाम के आगे कोयतुर शब्द को लगाते है ।

बस्तर में कोयतुर कौन है

सबसे पहले तो आप सभी लोगो को यह जान लेना जरुरी है की कोयतुर किस जाति को कहा जाता है । दोस्तों कोयतुर बस्तर के सभी वे जातीय जो अपने आप को पूर्वजो यानि आदिवासी मानते है वे सभी लोग कोयतुर में गिने जाते है । इसके आलावा कोयतुर एक प्राचीन भाषा है जो कई सालो से इन आदिवासी समुदाय के द्वारा बोले जाते रहे है ।

लेकिन समय के अनुसार लोग बदलते रहे तो धीरे यह आदिवासियों का कोयतुर शब्द भी विलुप्त होने लगा और लोग अपने आम के आगे इसे लगाना भी भूल गए । और आज के समय में इन्ही आदिवासी समुदाय के द्वारा कोई छोटे छोटे समुदाय में बदलाव हुआ जिससे उनके जातियों के नाम में भी बदलव हुआ लेकिन आज भी बस्तर में यह शब्द बहुत अधिक मात्रा में अपने माता की स्मृति को बनाये रखने के लिए उनके सम्मान के लिए इस सब्द को उपयोग कर रहे है .

जैसे जैसे छींटे छोटे समुदाय में बदलाव हुआ वैसे वैसे इनके जनजातियों के नाम में भी बदलाव हुआ है । आज के समय में सभी आदिवासी समुदाय में जैसे की संथाल , मुंडा , उराव , हो , भूमिज, लोधा, कोया, खोंड, गोंड, सवर, कमार, बैगा, भइया, भूरिया, कोरकू, हल्बा । आदि जनजातियों में बट गए बाद में इनमे और विभाजन हुआ और कोई छोटे छोटे अन्य जनजातियों में बट गए । गोंड जनजातियों के द्वारा अब बहुतया में बस्तर में कोयतुर शब्द का उपयोग किया जाता है ।

बस्तर में कोयतुर प्रजातियों की संख्या कितनी है | Bastar Mein Koyatur Prajatiyon Ki Sankhya Kitani Hai

बस्तर में कोयतुर प्रजातियों की संख्या कितनी है | Bastar Mein Koyatur Prajatiyon Ki Sankhya Kitani Hai इस बात का सही आंकलन लगा पाना मुमकिन नहीं है क्योंकि छत्तसीगढ़ के बस्तर अंचल कई सारे जनजातीय निवास करती है और इनके निवास स्थान और भाषा सैली के साथ सटीक जनकारी दे पाना उचित नहीं है यदि आप यदि कोयतोर की जनजातीय को आंकलन लगा लेते है तो आप इनकी प्रजातियों की संख्या भी निकाल सकते है । गोंड समुदाय में ही कोयतुर सब्द का प्रयोग किया जाता है . और बस्तर अंचल में गोंड भी 2 प्रकार के पहला गोंड है और दूसरा है कोयतुर गोंड जो अपने नाम के आगे कोयतुर को लगते है ।

MY OPINION

Bastar Mein Koyatur Prajatiyon Ki Sankhya Kitani Hai
Bastar Mein Koyatur Prajatiyon Ki Sankhya Kitani Hai

कोयतुर जनजातियों के बारे में हमें इतना ही जानकारी प्राप्त हुआ है इसी कारण से इतना ही जानकारी आप लोगो को दिया है । आने वाले समय में यदि अपडेट मिलता है तो इसकी जानकारी यंहा अपडेट कर दी जायेगी । हमारा उद्देश्य यंहा किसी भी जाती समुदाय के प्रति जानकारी देना था । यदि आपको इस पोस्ट में कोई कमी नजर आते है या कोई मिस्टेक नजर आता है या फिर आपके पास में इससे जुड़े हुई कोई भी जानकारी है तो आप हमें कमेंट कर के जरूर बता सकते है ।

युवोदय अकादमी जगदलपुर

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