हेलो दोस्तों स्वागत है आप सभी लोगो का हमारे इस ब्लॉग पोस्ट में । जैसे की आप सही लोगो को पता है की सरकार के द्वारा समय समय में कई सारे योजना को लो गरीब माध्यम परिवार , श्रम कार्ड धरी , धर्मिक पंजीयन कार्डधारी परिवार के लिए लाते रहते है । जिसे की गरीब परिवार के लोगो को इस योजना का लाभ प्राप्त हो सके । आज की इस पोस्ट के माध्यम से हमको इसे ही एक नई योजना के बारे में जानकारि देने वाले है । आज की इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको Pandit Deenadayaal Upaadhyaay Shram Ann Sahaayata Yojana के बारे में जानकारी देने वाले है ।
Pandit Deenadayaal Upaadhyaay Shram Ann Sahaayata Yojana छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा चलाये जा रहे योजना है है जिसका लाभ छत्तीसगढ़ राज्य में श्रमिक पंजीयन कार्डधारी और जीवित श्रमिक श्रमिक को इस योजना का लाभ पहुंचने के लिए इस योजना की शुरुआत की गई है तो चलिए बिना किसी देरी के इस योजना के बारे में जानकारी लेते है :-
पंडित दीनदयाल उपाध्याय श्रम अन्न सहायता योजना क्या है ?
पंडित दीनदयाल उपाध्याय श्रम अन्न सहायता योजना योजना में चावंडी में UNIT के हिसाब से असंगठित क्षेत्र में कार्य करने वाले कर्मचारियों को इस योजना के तहत गर्म भोजन प्रदान करने के लिए इस योजना का लाभ दिया जायेगा । साथ ही पहले से निर्धारित किय हुए पुराने NIYAM के तहत इस योजना में श्रमिक पंजीयन कार्डधारी को इस योजना से लाभ प्राप्त होगा ।
योजना क्या है
इस योजना का नाम पंडित दीनदयाल उपाध्याय श्रम अन्न सहायता योजना या फिर इसे deen dayal antyodaya yojana in hindi के नाम से भी जाना जाता है . पंडित दीनदयाल उपाध्याय श्रम अन्न सहायता योजना को छत्तीसगढ़ सर्जर जे द्वारा सं 2017 से पहले इस योजना की शुरुआत छत्तीसगढ़ के कुछ जिलों में इसे लागु किया गया था उसके बाद में इसके प्रचल और लाभार्थी की संख्या को देखते हुए इसे 2018 के बाद में छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में इस योजना का लाभ लिया जा सकते है ।
इस योजना को छत्तीसगढ़ शासन के शाखा छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सनिर्माण कर्मकार कल्याण मंडल के द्वारा इस योजना का साँचल कियाजा रहा है .
Pandit Deenadayaal Upaadhyaay Shram Ann Sahaayata Yojana का लाभ
Pandit Deenadayaal Upaadhyaay Shram Ann Sahaayata Yojana का लाभ श्रमिक पंजीयन कार्डधारी परिवार के ले लोगो को इस योजना का लाभ दिया जायेगा तथा 2018 के ने UPDATE के बाद में असंघटित क्षेत्र में काम करने वाले सरकारी कर्मचारियों को भी इस योजना के तहत यूनिट के हिसाब से चावल देने का प्रावधान किया गया है .
चावल देने का तात्पर्य यह है की पका हुआ चावल , दाल सब्जी , अथवा खिचड़ी , फ्राई दाल , सब्जी अथवा जीरा का चावल , फ्राई दाल, सब्जी आदि Pandit Deenadayaal Upaadhyaay Shram Ann Sahaayata Yojana योजना के तहत देने का प्रावधान रखा गया है ।
General INFORMATION
योजना का नाम | Pandit Deenadayaal Upaadhyaay Shram Ann Sahaayata Yojana |
YOJAN KITNE JILE ME CHAL RAHI HAI | ALL CHHATTISGRH |
योजना की शुरआत | 2017 से पहले |
योजना का लाभ | श्रमिक पाँजिएन कार्डधारी और बिना कार्डधारी |
योजना में ली जाने राशि | 5/ RUPYA |
योजना में दी जाने भोजन | पका हुआ चावल , दाल सब्जी , अथवा खिचड़ी , फ्राई दाल , सब्जी अथवा जीरा का चावल , फ्राई दाल, सब्जी |
Pandit Deenadayaal Upaadhyaay Shram Ann Sahaayata Yojana योजना में ली जाने राशि
इस योजना के तहत ली जाने वाले राशि बहुत ही कम है । इस योजना का लाभ श्रमिक पंजीयन कार्ड धारी के आलावा कोई भी जिनके पास में श्रमिक कार्ड नहीं है वे भी इस योजना के तहत फ्री में पेट खाना ग्रहण कर सकते है । इस योजना का लाभ लेने के लिए किसी भी व्यक्ति के पास में कम से कम 5 रुपया होना चाहिए । इस 5 रूपये से उन्हें पके हुए 200 ग्राम का चळवळ , 50 ग्राम दाल, 50 ग्राम सब्जी, 10 ग्राम अचार, अथवा खिचड़ी ( 200CHAVAL , 50GRAM दाल , 50 ग्राम सब्जी के साथ में बना हुआ । ) आदि के साथ में कोई भी इस योजना का लाभ ले सकते है ।
इस योजना में प्राप्त होने वाले गुणवत्ता का निर्धारण भारत सरकार के अधिकृत संसथान श्रम विभाग अथवा छत्तीगढ़ भवन एवं अन्य सनिर्माण कर्मकार कल्याण मंडल के द्वारा इस योजना में भोजन की गुणवत्ता की जांच की जा सकती है ।
Pandit Deenadayaal Upaadhyaay Shram Ann Sahaayata Yojana पहले कौन कौन से जिले में शुरू हुआ था ?
Pandit Deenadayaal Upaadhyaay Shram Ann Sahaayata Yojana को सबसे पहले छत्तीसगढ़ के 11 जिलों में इसे शुरुआत किया गया था । जिसमे 60,000 श्रमिक हेतु 30 केंद्र बनाये गए थे जो इस प्रकार से है – रायपुर , राजनांदगाव, दुर्ग, बिलासपुर, जांजगीर चंपा, कोरबा , कवर्धा जगदलपुर, अंबिकापुर , रायगढ़ जिले में से योजना को संचालित किया जा रहा था लेकिन वर्तमान समय में यह योजना सभी जिलों में अभी भी चल रही है जिसला लाभ आप उठा सकते है ।