ये Success Story सत्य कहानी है – एक गरीब परिवार के एक prem kumvat की है जो दिन भर बकरिया चराया करते थे और 24 बार govt एग्जाम में फेल होने के बाद सफलता को प्राप्त किया। आइये जानते है प्रेम कुमावत की स्ट्रगल की कहानी को –
Prem Kumvat Success Story
Prem Kumvat राजस्थान (jaipur) के हनुमानगढ़ जिले रैयावत के है ।Prem Kumvat एक गरीब परिवार से आते है । एक ऐसा परिवार जिसके रहने के लिए ठीक तरीके से घर नहीं थे जब बरसात के मौसम आते थे तब घर में इधर–उधर बर्तन रहे होते थे । घर की छत ऐसा था की जिससे पानी टपकता था , बरसात में बांस के बल्ली को खड़ा करके सोते थे जिसमे ठीक तरीके से चारपाई को नहीं रखा जा सकता था ।
जब Prem Kumvat जब पहली कक्षा में थे तभी से उनके पिता जी का दुर्घटना में स्वर्गवास् हो गए । बचपन के शुरूआती दौर से पिता की लालन–पालन से वंचित रहे । इस समय परिवार की आर्थिक इस्थिति बहुत ही ज्यादा ख़राब थे । जब आप 1 से लेकर 5 वी में थे तब घर के बकरियों को स्कूल के आने के बाद चराने के लिए जाया करते थे ।
समय बीतने के बाद कक्षा 6 वी से 12 वी तक पड़े में इतनी दिक्क्तों का सामना किया की दिन भर खेत में जाकर काम किया करते थे । 10 वी के एग्जाम के समय भी रातो को खेतो में काम करने के बाद सुबह परीक्षा देने के लिए जाया करते थे । इतनी दुखो का सामना करना पड़ा । ज्यादातर ऐसा काम गांव में होता है ।
कक्षा 1 से 12 वी तक की पढ़ाई करने के लिए बिजली की सुविधा नहीं थे तब दीपक के उजाला में रातो में पढ़ाई करते थे । इतना आभाव था घर में ।
12 वी करने के बाद छोटे–मोठे निकलने वाले सरकारी जॉब के तैयारी करनी शुरू कर दिया था । 12 वी के बाद आगे की पढ़ाई BA frist ईयर को प्राइवेट किया । इस बीच में परिवार में पैसो की तंगी के कारण एक प्राइवेट स्कूल में टीचर का जॉब भी किया जिससे परिवार को कुछ पैसे और कुछ पैसो को अनपे पढ़ाई में लगाते थे ।
Prem Kumvat कई इंटरव्यू में बताते है जब आप पढ़ाई रात 12 बजे तक पढ़ाई किया करते थे लगातार पढ़ाई करते थे तो आपको कुछ भी समझ में नहीं आते थे और अपने परिवार की स्थिति के बारे में सोचा करते थे की कैसे मै अपने परिवार की स्थिति को बदल सकता हु ।
2011 में पहली कॉम्पिटिशन एग्जाम दिया और उसे सफल नहीं हो पाते है । उसके बाद आपकी विचारो पर बहुत ही ज्यादा असर पड़ता है और आपका सपना चकनाचूर हो जाते है। 2013 में दूसरी बार कॉम्पिटिशन एग्जाम दिया उसमे भी असफल हो जाते है और लगातार प्रयत्नों से परीक्षा दिलाते गए असफलता हाथ लगती थी ।
Prem Kumvat सफलताए

2019 तक लगभग 25 कॉम्पिटिशन एग्जाम दिए । लगातार आपने दस सालो तक कॉम्पिटिशन एग्जाम की तैयारी किया । और अंत में 25 वे कॉम्पिटिशन एग्जाम 30 नवम्बर 2018 को आपका छात्रावास अधीक्षक में चयनित हो जाते है । और आगे बताते है आपको लगातार हार मिलने के बाद भी आप हार नहीं माने जब भी मन उदास होते थे तो आप अपने परिवार की आर्थिक इस्थिति को सोचकर उठ जाते थे और लगतार सतत प्रयत्न करते रहे ।
Prem Kumvat इस सफलता के पीछे इन तीन चीजों को ज्यादा महत्वपूर्ण मन है – अनुशासन , ईमानदारी, मेहनत
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