The Youth of Icon India – Priyanka Bissa

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 Priyanka Bissa सोशल वर्कर है अपना खुद का सेवा स्कूल चलाती है । नेहरू युवा केंदा का मास्टर ट्रेनर है । राष्ट्पति सम्मान से सितम्बर 2019 को राष्ट्रीय सेवा के लिए सम्मानित किया गया है । इसके आलावा NSS  बेस्ट कैडेड के अवार्ड से भी सम्मानित और अन्य सम्मान भी दिए जा चुके है । इसके आलावा  पेंटर , क्लासिकल डांसर , कविता का भी लेखन भी ये करती आगे इसके बारे में स्ट्रगल से सफलता तक कैसे संघर्ष के साथ में पहुंची है इसी के बारे में जांनने वाले है ।

The Youth of Icon India – Priyanka Bissa

प्रियंका बिस्सा रायपुर की रहने वाली है । सभी की चहेती, लाड़ली बेटी है । घर परिवार में सभी पढ़े लिखे है ।

प्रियंका बिस्सा एजुकेशन/ शिक्षा :-

priyanka bissa का प्राम्भिक एजुकेशन के इंग्लिश मीडियम स्कूल में की है । आगे की पढ़ाई 11th में पीसीएम साथ में कामर्स में पढ़ाई की । पढ़ाई के दौरान ही अपने आप में कुछ नया करने की चाहत रही थी और घर परिवार में इंजिनियर और डॉक्टरों के बीच रहने के बाद आगे की पढ़ाई को कुछ नया करने की चाहत में LOW ( वकालत की पढ़ाई ) लेकिन किसी कारण से नहीं कर पाती है और आगे की पढ़ाई को आर्ट सब्जेक्ट से की । प्राथमिक शिक्षा के साथ विभिन्न सारे प्रतियोगिता में भी भाग लेती और हर प्रतियोगिता में कुछ न कुछ अवार्ड जरूर पा लेती थी ।

Priyanka Bissa सामाजिक सेवा की शुरुआत :-

priyanka bissa बचपन में ही जब 7 वी और 8 वी कक्षा में पढ़ाई के दौरान जब अपने उम्र के गरीब बच्चो के साथ खेलते थे तब आपको लगा की ये बच्चे मेरे सामान शिक्षा नहीं ले पा रहे है तब से उन बच्चो की मदद करनी शुरू की । उन बच्चो के लिए कुछ पुस्तकों को उन बच्चो को देने की शुरुआत की । इसके बाद में कुछ करने की चाहत में सामाजिक सेवा के भावना से अपने घर में ही अपने घर में ही प्रियंका पाठशाला नाम के स्कूल की शुरुआत की ।

शुरुआत में केवल तीन बच्चे से की थी लेकिन बढ़तेबढ़ते 15 बच्चो आने लगे । लेकिन इसके कुछ समय बाद उसके मातापिता के गरीबी के कारण बच्चे आना बंद कर दिए तब गरीब लोगो के घरो में जाकर के, बस्तियों में जाकर के पढ़ाना शुरू कर दिए दी ।

जब आप 12 वी की पढ़ाई कर रही थी तब से बहुत ही कम उम्र 17 साल की उम्र में पढ़ाई के दौरान ही लोगो को समाज के लिए कुछ नया करने की चाहत में , गरीब परिवार के लोगो को आगे बढ़ाने के लिए सेवा भावना से अपने बड़े भाई के सहयोग से एक स्कूल के ढाचा का निर्माण शुरू की । जो काफी संघर्ष के बाद में स्कूल के निर्माण पूरा किये । इस बीच में परिवार का पूरा साथ मिला जो आपके मनोबल हमेशा बढ़ाते रहे ।

जब बस्तियों में जाकर के पढ़ाने शुरू किया तब आपके लिए एक नय अनुभव रहा । इसके पहले तक बहुत ही कम लोगो से मिली थी । जब समाज के लोगो से , जमीन के साथ जुड़कर लोगो की मदद करनी शुरू तो इनसे अपने आत्मविशवास और बढ़ने लगी जो आपके आगे बढ़ने का कारण बनी ।

इसके साथ ही जब कालेज से सेकंड ईयर में थी तब (NSS) राष्ट्रीय सेवा योजना से जुडी । NSS में जुड़ने के बाद में आपके सपने , सामाजिक कार्य को आगे बढ़ाने में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है । इसके पहले  11 वी , 12 वी में तो अपने स्वं के स्कूल में पढ़ाती थी जंहा पर आपके अधिक उम्र के लोगो को रोजगार देकर के उनसे स्वं भी सीखती रही ।

NSS से जुड़ने के बाद में विभिन्न सारे गांवो में जाकर के लोगो के बीच में काम की लोगो से रूबरू हुई , लोगो की समस्याओ को, उनके बारे में अच्छे से जानने लगी जो आपके सामाजिक काम को एक नयी दिशा प्रदान की ।

NSS के साथ में जुंडने के बाद में छत्तीसगढ़ के कई पिछड़े जिलों में जैसे बस्तर, दंतेवाड़ा के और अन्य कई पिछड़े इलाको में जुड़कर के लोगो को जागरूकता करने लगी । इस बीच में कई सारी परेशानी भी आयी लेकिन उन परेशानी को पार करते हुए सामाजिक भावना से जुडी रही और लोगो की मदद , जागरूक करती रही ।

शुरआत में तो शिक्षा से लोगो को जागरूक करने लगी जंहा पर अपने गरीब परिवार के बच्चो को पढ़ाने शुरू की , इसके आलावा गरीब परिवार के बच्चो के माता पिता को भी शिक्षा देने शुरू की । इसके आलावा सं 2012 से 2018 तक अनाथ बच्चो को शिक्षा देती रही उनसे जुडी रही । NSS से जोड़ने के बाद में सामाजिक स्वक्छ्ता से जुडी रही

NSS के सभी लोगो के साथ जुड़ने के बाद में  सभी लोगो के साथ मिलकर के आगे बढ़ी । NSS में लगातार बेहतर सामाजिक प्रदर्शन , सामाजिक रूचि , लगन से लोगो की सेवा , जागरूकता के कारण  NSS बेस्ट कैडेड के अवार्ड से सम्मानित किया गया जो 1.50 लाख में युथ में से किसी एक को दिया जाता है ।

इसके बाद में छत्तीसगढ़ के बाहर जिलों में जाकर के भी स्वक्छता अभियान , लोगो को जागरूक करने लगी । इस बीच में नेहरू युवा संगठन ( नेहरू युवा संगठन भारत सरकार द्वारा संचालित संस्था है जो वर्ल्ड की सबसे सबसे बढ़ी युथ ऑर्गेनाइजेशन है जो सेंट्रल गॉवर्मेँट चलाते है जिसमे कुछ लोगो या कुछ जगहों पर अन्य सुविधा नहीं पहुंच पाती है तो ऐसे जगहों में सुविधा देने के लिए नॅशनल युथ वालेंटियर बनते है और

इसके कई सरे शाखा होते है जो इसके नीचे काम करते है । जो ग्रामीण विकास के लिए काम करता है । जो केंद्र सरकार द्वारा संचालित है । नेशनल युथ वालेंटियर का काम अवधि 2 साल का होता है जिसमे विभिन्न तरीके की अपने गांव में , अपने ब्लॉक में , अपने क्षेत्र में लेकर के जाते है । अपने प्रचार प्रसार से अनेक बदलाव लाते है ) से जुडी ।

इन सभी कार्यो को देखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने विभिन्न सारे सम्मानों से सम्मानित किये । छत्तीसगढ़ सरकार ने आपके कामो को देखते हुए छत्तीसगढ़ के बेटी नाम से नई पहचान दिलाई और 24 सितम्बर 2019 में NSS में बेहतर सामाजिक कार्य के लिए राष्ट्रपति सम्मान से सम्मानित किया गया ।

इसके बाद से भारत सरकार ने इक नयी नाम युथ ऑफ़ इंडियन आइकॉन से नई पहचान बनाई या दिलाई ।

शिक्षा से शुरुआत के साथ में स्वक्छ से स्वस्थ , HIV ADIS , महिला , सेनेटरी पैड , जैसे काम की है । इसके आला 12 कम्पैन के साथ आगे बढ़ रही है  जिसमे से है प्रतिभा ही पहचान , मोर वन मोर धन , आर्टक्राफ्ट में , (आई ऍम चेन्ज) वर्ड ग्लोबल कम्पैन 13 देशो के साथ ये कम्पैन को शुरू किया है । सफल एम्प्लॉयमेंट , युथ इम्प्लॉयमेंट , जॉब ओपोर्चुनिटी देना , I Am The Change  Maker  जैसे कई सारे कम्पैन के साथ आज काम काम कर रही है ।

Priyanka Bissa interest :- 

priyanka bissa
priyanka bissa

इसके आलावा priyanka bissa को दस प्रकार के डांस कालबेलिया , बिहू , क्लासिकल कत्थक , लाहूनि, राउत नाचा , बॉलीवूड इसके अलावा कुछ और भी है । पेंटिंग , पेंटिंग का किस्सा जब 7 साल की थी तब उस समय के पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम आजाद के द्वारा सम्मानित किया गया था आपका बचपन का शौक था ।


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प्रियंका बिस्सा सम्मान :-

Jeevan Rakshak Samman, 2019.
Awarded by Health Minister Govt. of Chhattisgarh T.S Singhdeo for promoting self employment & health care.

National Award, Govt. of India, 2018.
Awarded for winning India's first Youth Parliament announced by Prime Minister of India.


KarmaVeer Chakra Award, 2019.
Global civilian honours given by iCONGO in partnership with United Nations to people across globe for relentless courage.

National Award, 2018.
Awarded for giving India's first blood test card to 11,550 people across the nation.

Youth Icon, 2020.
Awarded by Governor of Chhattisgarh Anusuiya Uikey, Padma Vibhushan Teejan Bai, State Coordinator, NYKS, MoYAS Govt. of India.

 

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